Top 5 highest paying non technical jobs in Hindi

5 ग़ैर तकनीक job लाखों रुपए देने वाली

नॉन टेक्निकल जॉब्स ऐसी जॉब को बोलते हैं जिसे करने के लिए टेक्निकल ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है। दूसरे शब्दों में नॉन टेक्निकल का मतलब ही होता है की यह किसी भी तरह से तकनीकी क्षेत्र से नहीं जुड़ा है।

Non technical jobs मुख्यतः व्यापार से संबंधित कार्यों पर ध्यान देती हैं। भारत में बहुत से लोग टेक्निकल जॉब्स को नॉन टेक्निकल जॉब्स की अपेक्षा अधिक महत्व देते हैं और वह सोचते हैं की नॉन टेक्निकल जॉब्स से बेहतर विकल्प टेक्निकल जॉब का होता है।

 

 

 

 

5 non technical jobs highest paying jobs hindi

 

लोगों में यह आम धारणा है की टेक्निकल जॉब की वैल्यू नॉन टेक्निकल जॉब से अधिक होती है। हालांकि, क्या आपको पता है की टेक्निकल फर्म्स 45 परसेंट सैलरी का भुगतान नॉन टेक्निकल पदों के कर्मचारियों के लिए करती है।

 

 

इस तरह, आपको आज के लेख में हम बताने वाले 5 ऐसी ग़ैर तकनीकी नौकरी के बारे में जिस से आप महीने में लाखों रुपए कमा सकते है।

तो आइए देखते हैं।

 

1. Product manager (प्रोडक्ट मैनेजर):-

एक प्रोडक्ट मैनेजर वह होता है जो कस्टमर और मार्केट के आवश्यकता के अनुसार प्रोडक्ट बनाता है साथ ही साथ यह भी ध्यान में रखता है कि बने हुए प्रोडक्ट का भविष्य में अच्छा मार्केट बने। कुल मिलाकर प्रोडक्ट मैनेजर यह सुनिश्चित करता है की जो प्रोडक्ट बने वह कंपनी के लक्ष्य और प्लान को पूरा करें।

प्रोडक्ट मैनेजर किसी भी प्रोडक्ट को बनाने के लिए उसका एक ढांचा तैयार करता है साथ ही साथ प्रोडक्ट को प्रोडक्शन लाइन में विकसित करने के लिए आसान तरीके बनाता है। यह रोल किसी प्रोडक्ट को बनाने से लेकर उसके बन जाने तक के अंतिम चरण तक के लिए होता है।

 
 

अगर आप एक प्रोडक्ट मैनेजर बनना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे बेस्ट तरीका होगा कि आप किसी कंपनी में एसोसिएट प्रोडक्ट मैनेजर बने।

 
 

Responsibilities of product manager (प्रोडक्ट मैनेजर की जिम्मेदारियाँ):-

 

  • ग्राहकों के आवश्यकताओं को समझना, बाजार के कमियों को समझ कर आवश्यकता के अनुसार प्रोडक्ट बनाना और मार्केट में भेजना।
  • कंपनी के इंजीनियर सेल और मार्केटिंग टीम के साथ मिलकर अच्छे तरीके से customer satisfaction के लिए प्रोडक्ट्स को बनाना।
  • प्रोडक्ट के लिए मार्केट प्लान बनाना और उसके बारे में आसान तरीकों से कस्टमर्स को समझाना।
  • Product के बनने और सेलिंग कॉस्ट की समीक्षा करना
  • नए स्टाफ की भर्ती करना और उनको उत्पाद के हिसाब से ट्रेन करना जिससे नया स्टॉप उत्पाद को मार्केट में अच्छी तरीके से उतार सकें।
 
 

यह भी पढ़ें:-

Skill and education required (शैक्षिक योग्यता):-

  • बिजनेस से संबंधित फील्ड में बैचलर या मास्टर की कोई डिग्री होना अनिवार्य है।
  • आंकड़ों को समझने की क्षमता।
  • रणनीतिक सोच की आवश्यकता।
  • बेहतरीन कम्युनिकेशन की योग्यता होना अनिवार्य है।
  • टीम बनाने और टीम को व्यवस्थित करने की क्षमता की आवश्यकता होती है
  • मजबूत नेतृत्व का गुण होना आवश्यक है
 
 
 
 

Salary(वेतन):-

प्रोडक्ट मैनेजर की औसत सैलरी 7 से ₹8 लाख रुपए प्रतिवर्ष से शुरू होती है। औसतन एक प्रोडक्ट मैनेजर 15 से 17 लाख रुपए प्रतिवर्ष कमा सकता है लेकिन इसके लिए उसे इस फील्ड में अच्छा एक्सपीरियंस होना जरूरी है।

2. Business analytic (बिज़्नेस ऐनलिटिक):-

एक प्रोफेशनल जो इंडस्ट्री में यह कारपोरेट में चीजों को उनकी कमियों को पहचान के सही तरीके से मेंटेन करता है उसे बिजनेस एनालिस्ट बोलते हैं। यह लोग व्यापार में आने वाली समस्याओं और तकनीकी के बीच में एक ब्रिज का काम करते हैं।

Business analytics डाटा एनालिसिस के माध्यम से कंपनी के प्रोडक्ट और सेवाओं को और भी अच्छे तरीके से विकसित करते हैं

 

Responsibilities of business analytic (जिम्मेदारियाँ):-

  • व्यापार की प्रक्रियाओं पर नजर रखना, मार्केट की आवश्यकताओं का पूर्व निर्धारण करना प्रोडक्ट की कमियों को पहचान कर उसे सुधार करना।
  • तकनीकी के माध्यम से सबसे उपयोगी तरीकों को बिजनेस में अप्लाई करके कंपनी को दिशा देना।
  • प्रोडक्ट के विकास में मदद करना।
  • प्रोजेक्ट की सूचनाओं को ऑर्गेनाइजेशन और कंपनी के महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के साथ शेयर करना।
  • कंपनी की आवश्यकता के अनुसार प्रोजेक्ट तैयार करना।

 

 

आवश्यक योग्यता:-

 
  • बिज़्नेस ऐनलिटिक बन ने के लिए आपके पास अकाउंटिंग, फ़ाइनैन्स या बिज़्नेस अड्मिनिस्ट्रेशन में बैचलर की डिग्री होना आवश्यक होता है।
  • आपकी communication skill और लिखने- बोलने की स्किल अच्छी होनी चाहिए।
  • company के function को अच्छी तरह समझने की योग्यता होनी चाहिए।
  • लागत और उस से होने वाले लाभ की समझ।
  • network और database जैसी चीजों की समझ।
 
 

salary(वेतन):-

भारत में business analytic की सालाना सैलरी न्यूनतम 6 लाख होती है। एक बार जब आपको experience होता है तो सैलरी और भी अधिक हो जाती है।
 
 

3. Investment banker (इन्वेस्टमेंट बैंकर):-

 
investment banker ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जो किसी company, व्यक्ति या corporation को , सही तरीक़े से उनके सम्पतियों को invest करना बताते हैं।
invest banker की मदद से लोग अपने पैसे को सही जगह पर invest करके और भी अधिक पैसा बनाते हैं।
किसी भी corporation के विकास में investment banker का महत्वपूर्ण योगदान होता है। ये investeres को उनके पैसे को सही जगह पर invest करना बताते हैं।
investment बैंकर बताते हैं की कब share market में invest करना चाहिए कब नहीं और किस company में invest करके ज़्यादा से ज़्यादा return प्राप्त किया जा सकता है।
 

investment banker की जिम्मेदारियाँ:-

  • business को बढ़ाना और client के साथ अच्छे सम्बंध स्थापित करना।
  • market के बारे में बहुत ही गहरायी से research करके अपने क्लाइयंट को सही सलाह देना।
  • client के समस्याओं का प्रॉपर solution देना।
  • market की सम्भावनाओं को समझना।
  • client को सही आर्थिक सलाह देना।

आवश्यक योग्यता:-

  • investment banker बन ने के लिए आपको, BBA (Bachelor in Business Administrative B.A (Bachelor of Arts), finance/ Economics में करना होता है।
  • analytical ability होना आवश्यक है।
  • communication स्किल अच्छी होना चाहिए।
  • management स्किल अच्छी होनी चाहिए।
  • client के साथ सकारात्मक सम्बंध स्थापित करने की योग्यता।
  • finance, economic और मार्केटिंग में अच्छी पकड़।

salary (वेतन):-

एक इन्वेस्टमेंट banker की शुरुआती सैलरी क़रीब 3 लाख प्रति वर्ष होती है। investment banker की औसत salary क़रीब 10 लाख रुपए प्रति वर्ष की होती है।
एक बार अच्छी professional पकड़ हो जाने के बाद आपकी salary 30 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है।

Legal advisor ( क़ानूनी सलाहकार):-

legal advisor ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जो किसी company या व्यक्ति के क़ानून से सम्बंधित क्षेत्रों को देखता है। इसके साथ- साथ वह company की तरफ़ से court में उसके केसेज़ को भी हैंडल करता है।
यह company के अंदर होने वाली किसी भी समस्या या अपराध के मसलों को सुलझाता है।

4. legal advisor का कार्य:-

  • किसी भी क़ानूनी मसले की पूरी ज़िम्मेदारी लेना।
  • क़ानूनी तरीक़े से किसी भी client या organisation के समस्याओं का समाधान करना।
  • किसी भी क़ानूनी समस्या को हल करने में client की मदद करना।
  • सभी क़ानूनी दस्तावेज़ों की सही तरीक़े से जाँच करना।

आवश्यक योग्यता:-

  • legal advisor का कार्य करने के लिए आपके पास LLB की डिग्री होना आवश्यक है।
  • लिखने और बातचीत करने की अच्छी समझ होनी ज़रूरी है।
  • समस्याओं को सुलझाने का गुण होना चाहिए।
  • critical thinking
  • निर्णय लेने की क्षमता का होना ज़रूरी होता है।
  • एक अच्छा श्रोता होना ज़रूरी होता है।

salary(वेतन):-

इस पद के लिए आपको कम से कम 4- 5 लाख रुपए वार्षिक वेतन मिलता है और  अधिकतम 25 लाख तक वार्षिक कमायी कर सकते हैं।

5. Chartered Accountant (C. A):-

chartered accountant को किसी भी company के अकाउंट और टैक्स को manage करने का लाइसेन्स प्राप्त रहता है।
tax returns भरना, financial स्टेट्मेंट निकलना और auditing करना, यह सब काम एक सीए को करना पड़ता है।
एक CA किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए बहुत ज़रूरी अंग होता है। इन्हें public और निजी दोनो क्षेत्रों में जॉब बहुत आसानी से प्राप्त हो जाती है।

ज़िम्मेदारियाँ:-

  • tax और cost accounting के क्षेत्रों की छानबीन करना।
  • company के आर्थिक स्तिथि की जाँच करना और उसको सही ट्रैक पर लाना।
  • financial fraud का पता लगाके उसे समाप्त करना।
  • clients को उनके business growth के लिए सलाह देना।

Required skill and education (आवश्यक योग्यता):-

  • CA होने के लिए आपको कुछ exams जैसे- IPCC (Integrated Professional Competence Course), CPT (Common Proficiency Test) और FCC (Financial Competency Course) को पास करना पड़ता है।
  • किसी भी व्यक्ति को CA बनने के लिए ऊपर दिए गये सभी exams को पास करना पड़ता है।
  • mathematics विषय की अच्छी समझ ज़रूरी होती है।
  • लोगों से बात करने की कला।
  • problem solving की कला होनी आवश्यक होती है।
  • अच्छी management skill का होना ज़रूरी होता है।
  • एक अच्छा listener होना ज़रूरी होता है।

salary (वेतन):-

इंडिया में CA की सैलरी बहुत अच्छी नहीं होती। दूसरे देशों की अपेक्षा इंडिया में इनका वेतन कम होता है। एक fresher यहाँ पर  4 से 5 लाख रुपए सालाना का वेतन प्राप्त कर सकता है।
CA की औसत सैलरी 10 से 12 लाख रुपए सालाना होती है। अनुभव बढ़ने के साथ – साथ यह 50 से 60 लाख तक भी पहुँच जाती है।

अंत में:- 

हम आशा करते हैं की आपको हमारा यह लेख top 5 highest paying non technical jobs in Hindi पसंद आया होगा। अगर आपको इस लेख से सम्बंधित किसी भी प्रकार का डाउट हो तो आप हमें comment के माध्यम से बता सकते है।
इसके साथ यदि आप चाहते हैं की हम आपके पसंद का कोई लेख अपने ब्लॉग पर लाएँ तो आप हमें comment करके बता सकते हैं। हम आपके पसंद की टॉपिक पर article लाएँगे।
आपके द्वारा दी हुई सलाह, सराहनीय होगी। धन्यवाद !

Leave a Comment

Hindi gurukul